इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच चल रही एशेज सीरीज़ के पांचवें टेस्ट मैच के दूसरे दिन एक मजेदार वाकया देखने को मिला। अभी पांचवें टेस्ट के दुसरे दिन का मोर्निंग सेशन चल रहा था और करीब डेढ़ घंटे से इंग्लैंड का सीम अटैक हर कोशिश के बाद भी ऑस्ट्रेलिया की विकेट गिराने में कामयाब नहीं हो पा रहा था। स्ट्राइकर एंड पर मारनस लाबुशेन 81 बॉल खेलकर 9 रन पर नाबाद खड़े थे, तभी ऑन साइड पर खड़े इंग्लैंड के स्टुअर्ट ब्रॉड स्ट्राइकर एंड पर खड़े ऑस्ट्रलियन बल्लेबाज़ मारनस लाबुशेन के पास आते हैं और स्टंप्स पर लगी हुई बेल्स की अदला-बदली कर देते हैं। लाबुशेन उनकी ये हरकत देख कर हैरान हो जाते हैं और नॉन स्ट्राइकर एंड पर खड़े अपने साथी खिलाड़ी उस्मान खवाजा की ओर देख कर हसने लगते हैं और अपनी पारी की 82वीं बॉल खेलने के लिए तैयार होते हैं लेकिन इस बार मार्क वुड की बाहर का एंगल ले कर जाती बॉल लाबुशेन के बल्ले का बाहरी किनारा ले कर स्लिप में खड़े जो रूट के हाथों में चली जाती है और लाबुशेन हक्के बक्के रह कर ये सब देखते रहते हैं। दूसरी ओर स्टुअर्ट ब्रॉड विकेट को सेलिब्रेट करने से पहले नॉन स्ट्राइकर एंड पर जा कर उस्मान ख्वाजा के कन्धों पर हाथ रख कर कुछ बोलते हैं और ख्वाजा भी उनकी वो बातें सुन कर हस देते हैं, स्ट्राइकर एंड पर खड़े लाबुशेन आउट हो कर पोवेल्लियन की तरफ जाते वक़्त ख्वाजा से नाराज़ हो कर कुछ बोलते हुए नज़र आते हैं, शायद उन्हें ब्रॉड के साथ ख्वाजा को अपनी विकेट पर हंसता हुआ देखना पसंद नहीं आता है, लेकिन इस पूरी घटना के दौरान स्टुअर्ट ब्रॉड ज़रूर अपने दिमागी खेल में कामयाब हो जाते हैं।
ग्लेन्न मैकग्रा स्टुअर्ट ब्रॉड के माइंड गेम से हुए नाराज़
दूसरी ओर पूर्व ऑस्ट्रेलियाई महान गेंदबाज़ ग्लेन्न मैकग्रा, स्टुअर्ट ब्रॉड की इस हरकत से खफा नज़र आये ओर बीबीसी स्पोर्ट्स के प्रोग्राम टेस्ट मैच स्पेशल में बातचीत करते हुए उन्होंने कहा, “खिलाड़ियों को इस तरह क्रीज़ पर आकर बेल्स के साथ नहीं खेलना चाहिए।” “मेरा मतलब है, अगर स्टुअर्ट ब्रॉड ने बेल्स नहीं बदली होती तो क्या लाबुशेन इस बॉल पर बल्ले का किनारा देते ?” ग्लेन्न मैकग्रा की ये बात सुन कर उनके साथ बैठे एग्न्यू उन्हें शांत करते हैं और बोलते हैं “बेशक वो दे देते।”