द एशेज सीरीज़ का दूसरा टेस्ट जो की लॉर्ड्स में खेला गया, ये टेस्ट इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स की यादगार पारी के साथ साथ मैच के दौरान हुए विवादों के लिए भी जाना जाएगा। बेन स्टोक्स की 155 रनों की शानदार पारी के बावजूद इंग्लैंड टीम ये टेस्ट मैच भी हार गयी है, साथ ही 5 मैचों की सीरीज़ में ऑस्ट्रेलिया ने 2-0 की बढ़त बना ली है। इस मैच के दौरान 4 प्रमुख ऐसे विवाद हुए जिनकी वजह से ये टेस्ट आने वाले कई सालों तक याद किया जाएगा, आइये विस्तार से जानते हैं उन विवादों को।
जब मैच में घुस आये प्रदर्शनकारी
पहले दिन के दुसरे ही ओवर में 2 प्रदर्शनकारी मैदान में घुस गए, ये प्रदर्शनकारी “जस्ट स्टॉप ऑयल” ग्रुप की तरफ से ब्रिटिश सरकार की पेट्रोलियम नीतियों का विरोध कर रहे थे। दोनों प्रदर्शनकारियों के हाथ में एक ऑरेंज कलर का पाउडर था, घटना के दौरान एक प्रदर्शनकारी को बेयरस्टो ने अपनी गोद में उठा लिया और उसको मैदान के बाहर तक छोड़ने गए जिसकी वजह से बेयरस्टो की जर्सी ख़राब हो गयी और उनको अपनी जर्सी चेंज करने के लिए कुछ देर मैदान से बाहर जाना पड़ा। इस पूरी घटना के बाद लॉर्ड्स में खिलाड़ियों की सुरक्षा को ले कर सवाल भी उठे, हालाँकि बाद में मेट्रोपॉलिटन पुलिस ने बताया कि तीन प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया है।
बेन डकेट का कंट्रोवर्शिअल कैच
चौथे दिन का खेल ख़त्म होने में अभी 2 ओवर शेष थे तभी इंग्लैंड के ओपनर बेन डकेट ने कैमरन ग्रीन की एक बाउंसर पर अपर कट लगाने की कोशिश की लेकिन बॉल बैट के निचले हिस्से से लगकर विकेट के पीछे बाउंड्री लाइन पर खड़े मिचेल स्टार्क के पास गयी, जहाँ मिचेल स्टार्क ने उनका कैच पकड़ लिया, लेकिन जब डकेट पवेलियन वापस लौटने लगे तो फील्ड अंपायर ने उन्हें रोक कर तीसरे अंपायर के फैसले का इंतज़ार करने को कहा।
तीसरे अंपायर ने टीवी रिप्ले में देखा की मिचेल स्टार्क ने कैच पकड़ने के बाद बॉल का एक हिस्सा जमीन पे घसीट दिया जिसके बाद बेन डकेट को नॉट आउट करार दिया गया, जिसको बाद में ऑस्ट्रेलिया के कुछ पूर्व खिलाड़ियों ने इसे एक शर्मनाक डीसीज़न बताया हालाँकि बाद में क्रिकेट के नियम बनाने वाली संस्था मेरिलबोन क्रिकेट क्लब (एमसीसी) ने अपने सोशल मीडिया हैंडल से तीसरे अंपायर के इस निर्णय को सही करार दिया, साथ ही उन्होंने बताया कि नियम 33.3 के हिसाब से कैच तभी क्लीन माना जाता है जब गेंद पर फील्डर का पूरा कंट्रोल हो, उस से पहले बॉल जमीन पर नहीं टकरानी चाहिए, स्टार्क ने जब कैच लिया तब वो डाइव कर रहे थे, यानि बॉल पे उनका पूरा कंट्रोल नहीं था ओर उसी दौरान बॉल जमीन के साथ भी घसीटी गयी जिसका मतलब कैच क्लीन नहीं था।
बेयरस्टो को स्टंप आउट देने पे बवाल
डकेट के आउट होने के बाद विकेटकीपर जॉनी बेयरस्टो और स्टोक्स ने साझेदारी शुरू की, लेकिन 52वें ओवर की आखिरी गेंद पर बेयरस्टो स्टंप आउट हो गए। उनके स्टंप आउट पर विवाद खड़ा हो गया। बेयरस्टो ओवर की आखिरी गेंद को छोड़ने के बाद स्टोक्स से बात करने के लिए क्रीज से बाहर निकल गए। उन्हें क्रीज से बाहर निकलते देख ऑस्ट्रेलिया के विकेटकीपर एलेक्स कैरी ने बॉल को थ्रो किया और बॉल सीधा विक्केट्स से जा टकराई चूँकि बेयरस्टो विकेटकीपर, फील्डर या अंपायर को बता कर क्रीज से बाहर नहीं निकले थे। इसीलिए गेंद डेड नहीं हुई और ऑस्ट्रेलिया की अपील के बाद तीसरे अंपायर ने भी बेयरस्टो को आउट करार दे दिया। नियम के अनुसार, बेयरस्टो आउट थे, लेकिन यहां ‘खेल भावना’ का मुद्दा खड़ा हो गया। दरअसल, बेयरस्टो रन लेने के लिए क्रीज से बाहर नहीं निकले थे, वो तो ओवर खत्म होने के बाद अपने साथी से चर्चा करने के लिए जा रहे थे। ऑस्ट्रेलियाई विकेटकीपर ने इसी बात का फायदा उठाया और डायरेक्ट थ्रो मार दिया। बेयरस्टो 10 रन बनाकर आउट हो गए। नियमों के अनुसार, बेयरस्टो आउट थे, लेकिन ऑस्ट्रेलियाई विकेटकीपर के थ्रो को स्टेडियम में बैठे इंग्लिश फैंस ने पंसद नहीं किया। फैंस ने फिर पूरे मैच के दौरान ‘चीटर्स..चीटर्स…’ कहकर ऑस्ट्रेलिया टीम की हूटिंग की।
एमसीसी मेंबर्स से भिड़े ख्वाजा और वार्नर, एमसीसी ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिये मांगी माफ़ी
पांचवें दिन के पहले सत्र के बाद जब सभी खिलाड़ी ड्रेसिंग रूम की ओर लौट रहे थे। तब ख्वाजा लॉर्ड्स स्टेडियम में बने लॉन्ग रूम में एमसीसी के कुछ सदस्यों से भिड़ गए। बहस बढ़ने पर सुरक्षाकर्मी ने ख्वाजा और मेंबर्स को अलग किया। एमसीसी ने अपने सोशल मीडिया हैंडल के जरिए ऑस्ट्रलियन टीम से माफी मांगी। एमसीसी ने पोस्ट में लिखा, ‘वर्ल्ड क्रिकेट में लॉन्ग रूम यूनीक है और वहां से पवेलियन तक जाना खिलाड़ियों का अधिकार है। सुबह के खेल के बाद सभी के इमोशंस हाई थे, आवेश में आकर हमारे कुछ सदस्यों ने ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों से बहस की। हम ऑस्ट्रेलियाई टीम से इस व्यवहार के लिए माफी मांगते हैं। जिन सदस्यों ने अनुशासनहीनता की, उन पर एक्शन लिया जाएगा।’
लॉर्ड्स में हुई इस घटना के बाद इंग्लैंड के पूर्व खिलाड़ी नासिर हुसैन ने भी इसे शर्मनाक बताया उन्होंने कहा, ” मैंने लॉर्ड्स में पहले इस तरह का माहौल कभी नहीं देखा, खिलाड़ियों का लॉन्ग रूम में मज़ाक उड़ाया जा रहा है, ये पूरी तरह दुश्मनी भरा माहौल था।”