अंतिम पलों में ऑस्ट्रेलिया की सनसनीखेज़ जीत के साथ एशेज सीरीज़ का पहला मैच ही रोमांच के चरम पर पहुंच गया । 281 रन के टारगेट का पीछा कर रही कंगारु टीम के कदम चौथे दिन के अंतिम पलों में कुछ लड़खड़ा गए थे और पांचवे दिन का खेल शुरू होने पर इंग्लैंड का पलड़ा थोड़ा सा भारी था क्योंकि अंतिम दिन ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिये 174 रन और बनाने थे जबकि उसके 3 विकेट चौथे दिन ही गिर चुके थे , जिनमें स्टीव स्मिथ, मारनस लबुशेन और डेविड वार्नर के विकेट शामिल थे । लेकिन फिर भी ऑस्ट्रेलिया की जीत के चांसेज़ भी अच्छे खासे थे ।
पांचवें दिन का पहला सेशन तो बारिश की भेंट चढ़ गया लेकिन दूसरे सेशन में ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज़ों ने जम कर बल्लेबाज़ी करते हुए 76 रन जोड़ लिए और केवल 2 विकेट गंवाए । अंतिम सेशन में अब ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए 38 ओवर में 98 रन चाहिए और उसके 5 विकेट बाकी थे । मैच अब ऑस्ट्रेलिया के पक्ष में जाता ही लग रहा था कि अंतिम सेशन की शुरूआत में ही कैमरून ग्रीन की गिल्लियां ओली रॉबिन्सन ने उड़ा दीं , जब लग रहा था कि पहली पारी के शतकवीर उस्मान ख़्वाजा इस बार भी शतक बना कर ही दम लेंगे उसी वक्त इंग्लिश कप्तान बेन स्टॉक्स की एक ऑफ कटर बॉल ख्वाजा की गिल्लियां ले उड़ी । इस वक्त ऑस्ट्रेलिया का स्कोर 209 रन था और जीत के लिए अभी 72 रन और चाहिए थे जबकि विकेट केवल 3 बचे थे । ऑस्ट्रेलिया की हालत और पतली हो गई जब विकेटकीपर बल्लेबाज़ एलेक्स कैरी भी थोड़ी देर के बाद जो रुट की फिरकी का शिकार हो गए इस वक्त पर ऑस्ट्रेलिया का स्कोर 227 रन था और जीत के लिए अभी भी 54 रन बाकी थे जबकि हाथ में विकेट केवल 2 बचे थे ।
बस यहीं से कंगारु टीम को जीत के लक्ष्य तक पहुंचाने का ज़िम्मा कप्तान पैट कमिन्स ने ले लिया और बेहद दबाव में बेहतरीन बल्लेबाज़ी का मुजायरा करते हुए 44 रन की ज़ोरदार पारी खेल डाली, इस दौरान दूसरे छोर पर उनका साथ दिया नाथन ल्योन ने जिन्होंने न केवल अपना विकेट बचाकर रखा बल्कि महत्वपूर्ण 16 रन का योगदान भी दिया । इन दोनों ने ये सुनिश्चित किया कि ऑस्ट्रेलिया अब एक भी विकेट नहीं गंवाएगा और इस शानदार जीत के साथ ऑस्ट्रेलिया ने सीरीज़ में 1-0 से बढ़त हासिल कर ली है । कुल मिलाकर ये मैच बेहद रोमांचक साबित हुआ जहां इंग्लैंड ने बैजबॉल का जलवा दिखाया वहीं ऑस्ट्रेलिया ने अपने अंत तक लड़ने वाले जज़्बे से दिखाया कि आखिर क्यों वो विश्व टेस्ट चैंपियंस कहलाते हैं । इंग्लैंड की हार की वजह की बात करें तो मैच की पहली पारी में कप्तान बेन स्टॉक्स द्वारा पारी को अप्रत्याशित ढंग से पहले ही दिन घोषित करना किसी को नहीं पच रहा इसके अलावा मैच में इंग्लैंड की कैचिंग भी खराब रही जो अंतिम पलों में जाकर बेहद महंगी पड़ी । खैर अभी इस सीरीज़ के चार मैच और बाकी हैं, उम्मीद करते हैं कि इसी तरहं का ज़ोरदार मुकाबला हमें अगले मैचों में भी देखने को मिलेगा ।